संधि SANDHI
सन्धि किसे कहते है | संधि के कितने प्रकार होते है |
दो निकटवर्ती वर्णा के मेल से जो विकार उत्पन्न होता है, उसे संधि कहते है।
1. विद्या + अर्थी = विधार्थी
2. जगत + नाथ = जग्गनाथ
3. विद्या + आलय = विद्यालय
संधि के द्वारा जो शब्द बनते है, उन्हें अलग-अलग करके लिखना ही संधि विच्छेद कहलाता है।
1. विधार्थी = विद्या + अर्थी
2. जग्गनाथ = जगत + नाथ
3. विद्यालय = विद्या + आलय
संधि के तीन प्रकार होते है।
1. स्वर संधि (स्वर + स्वर)
2. व्यंजन संधि – ( व्यंजन+व्यंजन /
3. विसर्ग संधि
कुछ महत्वपूर्ण सन्धि – विच्छेद
1. पवित्र – पो + इत्र
2. संतोष – सम + तोष
3. सच्चरित्र – सत् + चरित्र
4. पल्लव– पत् + लव
5. संक्षेप – सम् + क्षेप
6. सज्जन – सत् + जन
7. उच्चारण – उत् + चारण
8. संस्कृत – सम् + कृत
9. युधिष्ठिर – युधि + स्थिर
10. निष्ठुर – नि + स्थुर
11. चंचल – सम् + चल
12. विधालय – विधा + आलय
13. महेन्द्र – महा + इन्द्र
14. गायक – गै + अक
15. सदैव – सदा + एव
16. दिगम्बर – दिक् + अम्बर
17. उन्मुख – उन् + मुख
18. निरोग – नि: + रोग
19. निष्पक्ष – नि: + पक्ष
20. निश्छल – नि: + छल
21. दुर्गुण – दु: +गुण
22. अतएव – अत + एव
23. निर्मल –नि: + मल
24. निर्जन – नि: + जन
25. मनोज – मन: + ज
26. महोदय – महा + उदय
27. नीरोग – नि: + रोग
28. तपोबल – तप: + बल
29. पुष्कर – पु: + कर
30. मनोविज्ञान – मनः + विज्ञान
31. हिमालय – हिम + आलय
32. वागीश – वाक् + ईश
33. मनोरथ – मनः + रथ
34. सूर्यास्त – सूर्य + अस्त
35. धर्मात्मा – धर्म + आत्मा
36. कवीन्द्र – कवि+इंद्र
37. रवीन्द्र – रवि + इंद्र
38. गुरूपदेश – गुरू + उपदेश
39. पुरस्कार – पुरः + कार
40. संवाद – सम् + वाद
41. देवालय – देव + आलय
42. धर्मात्मा – धर्म + आत्मा
43. गिरीश – गिरि + ईश
44. विद्यार्थी – विद्या + अर्थी
45. सरोवर – सर: + वर
46. स्वेच्छा – स्व + इच्छा
47. रमेश – रमा + ईश
48. महर्षि – महा + ऋषि
49.परोपकार – पर+उपकार
50. तथैव –तथा + एव
51. एकैक – एक + एक
52 . मतैक्य – मत + एक्य
53 . महौज – महा + ओज
54 . अत्यधिक – अति + अधिक
55. इत्यादि – इति + आदि
56. न्यून – नि + उन
57. स्वागत – सु + आगत
58. अन्वय – अनु + अय
59. नयन – ने + अन
60. नायक – नै + अक
61. भवन – भो + अन
62. पवक – पौ + अक
63. पीताम्बर – पीत + अम्बर
64. प्रत्येक – प्रति + एक
65. सर्वोच्च – सर्व + उच्च
66. चिरायु – चिर + आयु
67. अन्वेषण – अनु + एषण
68. अंतर्गत – अंत: + गत
69. अनायास – अनु + आयास
70. अध्याय – अधि + आय
71. अधिकांश – अधिक + अंश
72. अविष्कार – आवि: + कार
73. मंगलाकार – मंगल + आकार
74. तथास्तु – तथा + अस्तु
75. देहान्त – देह + अन्त
76. निरादर – नि: + आदर
77. मनोज्ञ – मनः + ज्ञ
78. यशोधरा – यश: + धरा
79. अधोगति – अध: + गति
80. श्रवण – श्री + अन
80. निर्गुण – नि: + गुण
81. गायन – गै + अन
82. शयन – शे + अन
83. अत्याचार – अति + आचार
84. भूषण – भूष + अन
85. दिग्गज – दिक् + गज
86. गणेश – गण + ईश
87. नायिका – नै + यक
88. यशोदा – यश: + दा
89. महात्मा – महा + आत्मा
90. न्याय – नि + आय
91. किन्नर – किम + नर
92. सद्भावना – सत + भावना
93. जगदीश – जगत + ईश
94. स्वछंद – स्व + छंद
95. तल्लीन – तत + लीन
96. सम्मान – सम् + मान
97. प्रमाण – प्र + मान
98. निष्पाप – नि: + पाप
99. भास्कर – भा: + कर
100. नीरस – नि: + रस
संधि विच्छेद Part II
1. धर्मार्थ – धर्म + अर्थ
2. विद्यार्थी-विद्या+अर्थी
3. सरोवर-सर: + वर
4. स्वेच्छा स्व + इच्छा
5. रमेश – रमा + ईश
6. महर्षि – महा + ऋषि
7. परोपकार पर+उपकार
8. तथैव-तथा + एव
9. महौज- महा + ओज
10. मतैक्य – मत+एक्य
11. अत्यधिक अति + अधिक
12. इत्यादि-इति+आदि
13. न्यून-नि+उन
14. स्वागत सु + आगत
15. अन्वय अनु + अय
16. नयन-ने + अन
17. नायक-नै + अक
18. भवन – भो+अन
19. पवक- पौ+ अक
20. पीताम्बर-पीत+ अम्बर
21. प्रत्येक प्रति + एक
22. सर्वोच्च सर्व + उच्च
23. चिरायु चिर + आयु
24. अन्वेषण अनु + एषण
25. अंतर्गत अंत: + गत
26. अनायास अनु + आयास
27. अध्याय अधि+ आय 73.
28. अधिकांश अधिक + अंश
29. अध्याय – अधि+ आय
30. अविष्कार आवि: + कार
31. मंगलाकार मंगल + आकार
32. तथास्तु तथा + अस्तु
33. देहान्त- देह+अन्त
34. निरादर- नि: + आदर
35. देहान्त- देह+अन्त
36. भूषण-भूष् + अन
37. मनोज्ञ-मन: + ज्ञ 80.
38. यशोधरा – यश: + धरा
39. दिग्गज दिक् + गज
40. उन्नति-उत् + नति
41. अधोगति – अधः + गति
42. निर्गुण- नि: + गुण
43. शयन-शे + अन
44. सरोवर सर: + वर
45. सदैव – सदा + एव