पाठ-6| तुमुल कोलाहल कलह मे । परिचय । व्याख्या । वस्तुनिष्ठ प्रश्न


 ABOUT THE POET    

नाम – जयशंकर प्रसाद 

जन्म – 1889 में परिचय | 

मृत्यु –  1936 में 

स्थान – वाराणसी, उत्तरप्रदेश 

माता – श्रीमति मुन्नी देवी 

पिता – देवी प्रसाद साहू 

पितामाह – शिवरत्न साहू 

पत्नी – कमला देवी 

शिक्षा – आठवी पास | हिंदी, संस्कृत, उर्दू, फारसी 

 जयशंकर की रचनायें  

  कहानी    

1. छाया 

2. प्रतिध्वनि 

3. इंद्रजाल 

4. उपन्यास 

5. कंकाल 

6. तितली 

7. इरावती 

    नाटक    

1. कल्याणी परिणय 

2. प्रायशिचत 

3. राज्यश्री 

4. विशाख 

5. कामना 

6. जन्मजय का नागयज्ञ 

7. स्कंदगुप्त 

8. एक घुट 

9. चन्द्रगुप्त 

10. धुबस्वामिनी 

   कविता    

1. झरना 

2. आंसू 

3. लहर  

 EXPLANATION.        

तुमुल कोलाहल कलह में
मैं हृदय की बात रे मन !

प्रस्तुत पंक्तियाँ छायावाद के प्रमुख कवि जयशंकर प्रसाद
द्वारा रचित महाकाव्य कामायनी के निर्वेद सर्ग से ली गई
है | जिसमे श्रद्धा मन को पाकर कहती है कि इस अत्यंत
कोलाहल में मैं हृदय के बात की तरह हूँ |

विकल होकर नित्य चंचल, खोजती जब नींद के प चेतना थक सी रही तब मैं मलय की वात रे मन !

प्रस्तुत पंक्तियाँ छायावाद के प्रमुख कवि जयशंकर प्रसाद द्वारा रचित महाकाव्य कामायनी के निर्वेद सर्ग से ली गई है । इन पंक्तियों में श्रद्धा पुरुष के जीवन में नारी के महत्व को रेखांकित करती हुई कहती है |

पुरुष जब दिनभर की भाग-दौर और मन की चंचलता के कारण थक जाता है और व्याकुल होकर आराम करना चाहता है तो ऐसी स्थिति में श्रद्धा (नारी का हृदय) मलय पर्वत से चलने वाली सुगंधित हवा की तरह शांति और विश्राम देती है |

कवि कहना चाहते है कि मन चंचल है और मन की चंचलता के कारण शरीर थक कर आराम खोजता है ऐसी स्थिति में व्यक्ति का हृदय ही उसको आराम देता है ।

चिर विषाद विलीन मन की इस व्यथा के तिमिर वन की मैं उषा सी ज्योति रेखा कुसुम विकसित प्रात रे मन !

प्रस्तुत पंक्तियाँ छायावाद के प्रमुख कवि जयशंकर प्रसाद द्वारा • रचित महाकाव्य कामायनी के निर्वेद सर्ग से ली गई है | इ पंक्तियों में श्रद्धा पुरुष के जीवन में नारी के महत्व को रेखांकित करती हुई कहती है | मन अंधकाररूपी दुख के वन में दीर्घ काल के लिए डूबा हुआ है | मैं उसमे सुबह की किरणों की तरह हूँ | मैं इस अधकौर से पूर्ण वन में पुष्प से भरे हुए सुबह के समान हूँ ।

जहां मरु ज्वाला धधकती चातकी कन को तरसती उन्ही जीवन घाटियों की मैं सरस बरसात रे मन !

प्रस्तुत पंक्तियाँ छायावाद के प्रमुख कवि जयशंकर प्रसाद द्वारा रचित महाकाव्य कामायनी के निर्वेद सर्ग से ली गई है। इन पंक्तियों में श्रद्धा पुरुष के जीवन में नारी के महत्व को रेखांकित करती हुई कहती है | हे मनु ! उस धधकते हुए मरुस्थल में जहां चातकी पानी के बुंदों के लिए तरसती है मैं जीवन की घाटीँ में सरस बरसात की तरह हूँ । कवि कहते है कि जब मानव जीवन कष्ट की अग्नि में मरुस्थल की तरह धधकता है तब आनंद रूपी बारिश ही उसके चित रूपी चातकी को सुख प्रदान करती है ।

पवन की प्राचीर में रुक जला जीवन जा रहा झुक इस झुलसते विश्व-वन की मैं कुसुम ऋतु रात रे मन !

प्रस्तुत पंक्तियाँ छायावाद के प्रमुख कवि जयशंकर प्रसाद द्वारा रचित महाकाव्य कामायनी के निर्वेद सर्ग से ली गई है | इन पंक्तियों में श्रद्धा पुरुष के जीवन में नारी के महत्व को रेखांकित करती हुई कहती हैं हे मन ! जब जीवन पवन की ऊंची चहारदीवारी में बंद होकर झुक जाता है | जब मानव जीवन झुलस जाता है | ऐसी स्थिति में मैं वसंत की रात की तरह हूँ | जो इस झुलसे हुए मन को हरा-भरा कर सकती है |

चिर निराशा, नीरधर से प्रतिच्छायित अश्रु सर में मधुप मुखर मरंद मुकुलित मैं सजल जलजात रै मन !

प्रस्तुत पंक्तियाँ छायावाद के प्रमुख कवि जयशंकर प्रसाद द्वारा रचित महाकाव्य कामायनी के निर्वेद सर्ग से ली गई है । इन पंक्तियों में श्रदधा पुरुष के जीवन में नारी के महत्व को रेखांकित करती हुई कहती है । हे मन ! गहरी निराशा के बादलो से घिरे के से हुए आसुओं के तालाब में मैं करुणा से भरी हुई कमल के समान हूँ जिसपर भौरे गुजते रहते है |

  वस्तुनिष्ठ प्रश्न | MCQ     

1. जयशंकर प्रसाद हिन्दी साहित्य के किस काल से सम्बंधित है ?

A. आदिकाल 

B. मध्यकाल

C. रीतिकाल

D. आधुनिक काल

 Answer | D 

2. “तुमुल कोलाहल कलह मे” जयशंकर प्रसाद की किस रचना से ली गई है ?

A. कामायनी

B. आंसू

C. झरना

D. चित्रधार

 Answer | A 

3. निम्न में से कौन सी रचना प्रसाद जी की नही है ?

A. चित्रधार

B. आंसू

C. झरना

D. साकेत

 Answer | D 

4. जयशंकर प्रसाद जी का जन्म कब हुआ था ?

A. 1880

B. 1889

C. 1885

D. 1890

 Answer | B 

5. जयशंकर प्रसाद जी का निधन कब हुआ था ?

A. 1880

B. 1889

C. 1937

D. 1890

 Answer | C 

6. जयशंकर प्रसाद कितनी वर्ष की अवस्था मे पितृविहिन हुए थे ?

A. 8 वर्ष

B. 15 वर्ष

C. 12 वर्ष

D. 20 वर्ष 

 Answer | C 

7. कंकाल क्या है ?

A. महाकाव्य

B. उपन्यास

C. कहानी 

D. प्रबन्ध्काव्य 

 Answer | B 

8. जयशंकर प्रसाद जी का जन्म कहाँ हुआ था ?

A. लखनउ मे

B. वाराणसी मे

C. पटना मे

D. इलाहाबाद मे

 Answer | B 

9. कामयानी जयशंकर प्रसाद जी कि किस प्रकार की कृति है ?

A. खंड काव्य

B. गद्य काव्य

C. प्रबंध काव्य

D. इनमे से कोई नही

 Answer | C 

10. तुमुल कोलाहल कलह मे प्रसाद जी की किस रचना से ली गई

A. इंद्रजाल

B. कामायनी

C. ध्रुवस्वामिनी

D. झरना

 Answer | B 

11. चातकी किसके लिये तरसती है ?

A. चातक के लिये

B. स्वाति नक्षत्र की पहली बूँद के लिये 

C. प्रसाद की कविता के लिये

D. इनमे से कोई नही 

 Answer | B 

12. जयशंकर प्रसाद ने किस भाषा मे काव्य रचना की है ?

A. ब्रज

B. खड़ीबोली 

C. अवधी 

D. इनमे से कोई नही

 Answer |  B 

13. तुमुल कोलाहल कलह मे कामयानी के किस सर्ग से ली गई है

A. श्रद्वा

B. इदा 

C. निर्वेद

D. इनमे से कोई नही

 Answer | C 

14 . देवी प्रसाद साहु जयशंकर प्रसाद के कौन थे ?

A. पितामह

B. पिता

C. प्रपितामह

D. इनमे से कोई नही

 Answer | B 

15. स्वाति नक्षत्र की पहली बूंद के लिये कौन तरसती है 

A. चातकी 

B. कोयल 

C. कौआ 

D. तोता 

 Answer | A 

16. मै उषा की ज्योति मे कौन सा अलंकार है ?

A. उपमा

B. अनुप्रास

C. यमक

D. श्लेष 

 Answer | B  

17. जयशंकर प्रसाद की कौन सी कृति नही है ?

A.महाराणा प्रताप का महत्व 

B. महाराजा मानसिंह

C. प्रेमपथिक 

D. इरावती

 Answer | B 

18. जयशंकर प्रसाद जी की किस कृति मे आधुनिक मानव की मार्मिक समीक्षा की गई है ? 

A. विशाख

B. स्कंदगुप्त

C. कामयानी

D. इंद्रजाल

 Answer | C 

19. इनमे से कौन सी पुस्तक जयशंकर प्रसाद जी की नहीं है ?

A. ऑसू

B. इंद्रजाल 

C. शिवाजी का महत्व

D. साहित्य लहरी 

 Answer | D 

20. ‘जयशंकर प्रसाद’ रचित महाकाव्य का नाम है

A. साकेत

B. प्रियप्रवास

C. कामयानी

D. बैरवे रामायण

 Answer | C 

21. कौन सी रचना जयशंकर प्रसाद जी की नही है ?

A. प्रायश्रित 

B. ध्र्ववासिनी

C. सूरसागर 

D. कमनायनि 

 Answer | C 

22. जयशंकर प्रसाद और शंभु रतन एक दूसरे के क्या लगते

A. पिता-पुत्र

B. पुत्र-पिता 

C. चाचा-भतिजा

D. भाई-भाई 

 Answer | D 

23. मनुष्य का शरीर क्यो थक जाता है ?

A. मन की चंचलता से 

B. अपने आँसुओं से

C. अधिक निंद्रा से 

D. श्रद्धा के द्वारा

 Answer | A 

24. जयशंकर प्रसाद की सफलतम नाटयकृति है

A. स्कंदगुप्त 

B. ध्रुवस्वामिनी 

C. एक घूँट 

D. विशाख

 Answer | B 

25. जयशंकर प्रसाद किस वाद के कवि थे ?

A. छायावाद

B. प्रयोगवाद

C. प्रगतिवाद

D. अतियथार्थवाद

 Answer | A 

26. ‘जयशंकर की कौन सी कृति अपूर्ण है ?

A. तितली

B. लहर 

C. ध्रुवस्वामिनि

D. इरावती 

 Answer | D 

27. ‘जयशंकर के पितामह शिवरत्न साहू किस नाम से विख्यात थे

A. परवल साहू 

B. सुंघनी साहू

C. लालबाबु साहू 

D. रामलाल साहू

 Answer | B 

28. ‘जयशंकर प्रसाद की शिक्षा कहाँ तक हुई ?

A. आठवी

B. मैट्रिक

C. इंटर

D. स्नातक

 Answer | A 

29‘जयशंकर प्रसाद के माता-पिता का नाम क्या था ? 

A. शिवरत्न और मुन्नी देवी

B. देवी प्रसाद साहू और मुन्नी देवी 

C. देवी प्रसाद और पार्वती देवी

D. शिवपूजन सहाय और रत्ना देवी

 Answer | B 

30‘जयशंकर प्रसाद का प्रथम संग्रह कौन सा है ? 

A. चित्राधार 

B. झरना 

C. आँसू 

D. लहर 

 Answer | A   





Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top