ABOUT THE POET
नाम – सुभद्रा कुमारी चौहान
जन्म – 16 August 1904|
मृत्यु – 15 February 1948
स्थान – निहालपुर, इलाहाबाद, उत्तरप्रदेश
माता – श्रीमती धीराज कुंवर
पिता – ठाकुर रामनाथ सिंह
पति – ठाकुर लक्ष्मण सिंह चौहान
शिक्षा – प्रारंभिक शिक्षा- क्रास्थवेट गर्ल्स हाईस्कूल
थियोसोफिकल स्कूल (वाराणसी) से 9 वीं
पुरस्कार – सेकसरिया पुरस्कार (1930) मुकुल पर
Points to remember
# 1919 में विवाह ठाकुर लक्ष्मण सिंह चौहान से
# असहयोग आंदोलन में सक्रिय भूमिका
# मध्य प्रदेश की MLA ( कांग्रेस )
# कार दुर्घटना में मौत नागपुर से जबलपुर आते समय
# भारतीय डाक तार विभाग ने 6 अगस्त 1976 को उनके सम्मान में 25 पैसे का डाक टिकट जारी किया
# भारतीय तटरक्षक सेना ने 28 अप्रैल 2006 को एक तटरक्षक जहाज का नाम सुभद्रा कुमारी चौहान पर रखा
सुभद्रा कुमारी चौहान की रचनायें
कविता
1. मुकुल
2. त्रिधारा
3. झांसी की रानी
4. ये कदंब का पेड़
5. खिलौने वाला
6. वीरों का कैसा हो वसन्त
7. मेरा नया बचपन
8. सीधे साधे चित्र
कहानी
1. बिखरे मोती
2. सभा के खेल
3. हींगवाला
Full Explanation | ACE
आज दिशाएँ भी हँसती है
है उल्लास विश्व पर छाया
मेरा खोया हुआ खिलौना
अब तक मेरै पास न आया
प्रस्तुत पंक्तियाँ सुभद्रा कुमारी चौहान द्वारा रचित कविता पुत्र वियोग से ली गई है जिसमे उन्होंने एक माता के पुत्र खो जाने के बाद उसके मन की व्यथा का मार्मिक चित्रण किया है | कवयित्री कहती है कि आज चारों ओर खुशी का वातावरण है और सारे संसार में खुशियाँ छाई है लेकिन ये खुशियाँ मेरे लिए व्यर्थ है क्योंकि मेरा खोया हुआ पुत्र अब तक मुझे प्राप्त नहीं कवयित्री के पुत्र का निधन हो गया है
शीत न लग जाए इस भय से
नहीं गोद से उसे उतारा
छोड़ काम दौड़ कर आई
मा कहकर जिस समय पुकारा
प्रस्तुत पंक्तियाँ सुभद्रा कुमारी चौहान द्वारा रचित कविता पुत्र वियोग से ली गई है जिसमे उन्होंने एक माता के पुत्र खो जाने के बाद उसके मन की व्यथा का मार्मिक चित्रण किया है | कवयित्री अपने पुत्र को याद करती हुई कहती है कि मैंने शीत लगने के भय से उसे अपनी गोद से नहीं उतारा | उसने जब भी माँ कहके आवाज लगाई मैं अपना सारा काम-काज छोड़कर उसके पास दौड़कर आई ताकि उसकी जरूरतों को पूरा कर सकूँ
थपकी दे दे जिसे सुलाया
जिसके लिए लोरियाँ गाई
जिसके मुख पर जरा मलिनता
देख आँख में रात बिताई
प्रस्तुत पंक्तियाँ सुभद्रा कुमारी चौहान द्वारा रचित कविता पुत्र वियोग से ली गई है जिसमे उन्होने एक माता के पुत्र खो जाने के बाद उसके मन की व्यथा का मार्मिक चित्रण किया है | क्वयित्री अपने पुत्र को याद करती हुई कहती है कि मैंने जिसके हर एक सुख का ध्यान रखा | जिसे थपकी दे कर सुलाया और जिसके लिए लौरियाँ गाई | उसके चेहरे पर छाई उदासी को महसूस करके जिसका रात भर जाग कर ख्याल रखा |
जिसके लिए भूल अपनापन पत्थर को
भी देव बनाया कहीं नारियल दूध
ब कहीं चढ़ाकर शीश नवाया
प्रस्तुत पंक्तियाँ सुभद्रा कुमारी चौहान द्वारा रचित कविता पुत्र वियोग से ली गई है जिसमे उन्होने एक माता के पुत्र खो जाने के बाद उसके मन की व्यथा का मार्मिक चित्रण किया है | कवयित्री अपने पुत्र को याद करती हुई कहती है कि मैंने जिसके लिए अपने सारे सुखों को भुला दियाँ | पत्थर को देवता मानकर जिसे नारियल दूध और बताशे चढ़ाएँ | जिसके लिए मैंने देवालयों में । शीश नवाया वो आज मेरे पास नहीं है |
फिर भी कोई कुछ न कर सका
छिन ही गया खिलौना मेरा
मैं असहाय विवश बैठी ही
रही उठ गया छौना मेरा
प्रस्तुत पंक्तियाँ सुभद्रा कुमारी चौहान द्वारा रचित कविता पुत्र वियोग से ली गई है जिसमे उन्होने एक माता के पुत्र खो जाने के बाद उसके मन की व्यथा का मार्मिक चित्रण किया है |कवयित्री अपने पुत्र को याद करती हुई कहती है कि मेरे द्वारा की गई पुजा अर्चना दुआएँ कोई भी काम नहीं आई | कोई भी मेरा कुछ नहीं कर सका और मेरा हृदय का टुकड़ा मुझसे छिन ही गया | मैं आज असहाय और विवास बैठी हूँ और मेरा नन्हा बच्चा मेरे आँखों के सामने ही भगवान को प्यारा हो गया । जिसके लिए भूल अपनापन पत्थर को भी देव बनाया कहीं नारियल दूध ब कहीं चढ़ाकर शीश नवाया वो आज मेरे पास नहीं है |
तड़प रहे है विकल प्राण ये
मुझको पल भर शांति नहीं है
वह खोया धन पा न सकूँगी
इसमे कुछ भी भ्रांति नहीं है
प्रस्तुत पंक्तियाँ सुभद्रा कुमारी चौहान द्वारा रचित कविता पुत्र वियोग से ली गई है जिसमे उन्होने एक माता के पुत्र खो जाने केबाद उसके मन की व्यथा का मार्मिक चित्रण किया है | कवयित्री अपने पुत्र को याद करती हुई कहती है कि मेरे प्राण तड़प रहे है और मुझे एक पल की भी शाँति नहीं है | मैंने जो अनमोल । धन खो दिया है उसे मैं अब वापस नहीं पा सकूँगी इसमे तनिक भी संदेह नहीं है ।
फिर भी रोता ही रहता है।
नहीं मानता है मन मेरा
बड़ा जटिल नीरस लगता है
सूना सूना जीवन मेरा
प्रस्तुत पंक्तियाँ सुभद्रा कुमारी चौहान द्वारा रचित कविता पुत्र वियोग से ली गई है जिसमे उन्होने एक माता के पुत्र खो जाने के बाद उसके मन की व्यथा का मार्मिक चित्रण किया है | कवयित्री अपने पुत्र को याद करती हुई कहती है कि मैं जानती हूँ कि मैं अपने पुत्र को प्राप्त नहीं कर सकती | फिर भी मेरा हृदय मेरा मन इस बात को मानने को तैयार नहीं है | मेरा जीवन कठिन और नीरस सा हो गया है ।
यह लगता है एक बार यदि
पल भर को उसको पा जाती
जी से लगा प्यार से सर
सहला सहला उसको समझाती
प्रस्तुत पंक्तियाँ सुभद्रा कुमारी चौहान द्वारा रचित कविता पुत्र वियोग से ली गई है जिसमे उन्होंने एक माता के पुत्र खो जाने के बाद उसके मन की व्यथा का मार्मिक चित्रण किया है | कवयित्री अपने पुत्र को याद करती हुई कहती है कि यदि मैं अपने पुत्र को एक पल के लिए भी पा लेती तो उसे जी भर कर प्यार करती और उसे समझती कि वह अपनी माँ को यूं छोड़ कर ना जाए | लेकिन अब उसको पाना संभव नहीं है |
मेरे भैया मेरे बेटे अब
माँ को यों छोड़ न जाना
बड़ा कठिन है बेटा खोकर
माँ को अपना मन समझाना
प्रस्तुत पंक्तियाँ सुभद्रा कुमारी चौहान द्वारा रचित कविता पुत्र वियोग से ली गई है जिसमे उन्होने एक माता के पुत्र खो जाने के बाद उसके मन की व्यथा का मार्मिक चित्रण किया है | कवयित्री अपने पुत्र को याद करती हुई कहती है कि मैं अपने पुत्र को अगर एक पल के लिए भी पा लैती तो उसे समझाती कि वह मुझे छोड़कर न जाए | माँ के लिए अपने बेटे को खोकर अपने मन को सांत्वना देना बड़ा ही कठिन होता है |
भाई-बहिन भूल सकते है
पिता भले ही तुम्हें भुलावे
किन्तु रात-दिन की साथिन माँ
कैसे अपना मन समझावे |
प्रस्तुत पंक्तियाँ सुभद्रा कुमारी चौहान द्वारा रचित कविता पुत्र वियोग से ली गई है जिसमे उन्होंने एक माता के पुत्र खो जाने के बाद उसके मन की व्यथा का मार्मिक चित्रण किया है । कवयित्री अपने पुत्र को याद करती हुई कहती है कि भाई-बहन तुम्हें भूल सकते है तुम्हारे पिता भले ही तुम्हें भूल जाएँ लेकिन एक माँ जो दिन-रात अपने बच्चे के साथ रही हो वो कैसे अपने मन को समझा सकती है | कवयित्री कहना चाहती है कि माँ का हृदय बच्चे को कभी भी नहीं भूल सकता
वस्तुनिष्ठ प्रश्न | MCQ
1. ‘पुत्र वियोग’ शीर्षक कविता किसने लिखी है ?
A. सुभद्रा कुमारी चौहान
B. महादेवी वर्मा
C. अमर सर
D. कबीरदास
Answer | A
2. सुभद्रा कुमारी चौहान का जन्म कब हुआ था ?
A. 1905
B. 1966
C. 1917
D. 1904
Answer | D
3. सुभद्रा कुमारी चौहान का निधन कब हुआ था ?
A. 1948
B. 1917
C. 1966
D. 1905
Answer | A
4. सुभद्रा कुमारी चौहान जी की मृत्यु का कारण
A. महामारी
B. फॉसी
C. गोली
D. कार दुर्घटना
Answer | D
5. सुभद्रा जी की की माता का नाम क्या था ?
A. श्रीमती धिराज कुवँर
B. श्रीमती व्यंती देवी
C. श्रीमती पार्वती देवी
D. श्रीमती जानकी प्रसाद
Answer | A
6. सुभद्रा जी के पिता का नाम क्या था ?
A. ठाकुर लक्ष्मण सिंह
B. ठाकुर वंसत सिंह
C. ठाकुर रामनाथ सिंह
D. बाबु रवि सिंह
Answer | C
7. सुभद्रा जी की लिखी कविता कौन सी है?
A. प्यारे नन्हे बेटे को
B. गाँव का घर
C. हार-जीत
D. पुत्र वियोग
Answer | D
8. मॉ के लिए अपने मन को समझाना कब कठिन हो जाता है ?
A. धन के नष्ट होने पर
B. पिता की मृत्यु पर
C. पुत्र की मृत्यु पर
D. पति के मृत्यु पर
Answer | C
9. इनमें से कौन सी रचना सुभद्रा जी की नहीं है ?
A. मुकुल
B. त्रिधारा
C. बिखरे मोती
D. दीपशिखा
Answer | D
10. सुभद्रा कुमारी चौहान का खिलौना क्या है ?
A. बेटा
B. बहन
C. पति
D. भाई
Answer | A
‘11. सुभद्रा जी को हिन्दी साहित्य सम्मेलन का सेक्सरिया पुरस्कार किस रचना पर मिला ?
A. आखिरी कलाम
B. मुकुल
C. त्रिधारा
D. बिखरे मोती
Answer | B
’12. मॉ ने किसके भय से अपने लाल को गोद से नही
A. मिट्टी लगने के भय से
B. शीत के डर से
C. कीड़ों के भय से
D. गिर पड़ने के डर से
Answer | B
13. पुत्र वियोग से मॉ का जीवन कैसा हो गया है ?
A. उदास
B. पीड़ामय
C. व्यथित
D. सूना-सूना
Answer | D
14. ” कुली प्रथा ” किसकी रचना है ?
A. सुभद्रा कुमारी चौहान
B. ठाकुर लक्ष्मण सिंह
C. रघुवीर सहाय
D. ठाकुर बलवान सिंह
Answer | B
15. मॉ, पुत्र की किस प्रकार की साथिन है ?
A. संरक्षिका
B. ममतामयी
C. रात दिन की
D. करूणामयी
Answer | C
16. सुभद्रा कुमारी चौहान किस वर्ग की कवियत्री मानी जाती है ?
A. राष्ट्रिय भाव धारा
B. भक्ति भाव धारा
C. छायावदोत्र भाव धारा
D. इनमें से कोई नही
Answer | A
17. त्रिधारा, मुकुल आदि सुभद्रा कुमारी चौहान की कैसी कृतियाँ है
A. काव्य कृतियाँ
B. कहानी संग्रह
C. नाट्य कृतियाँ
D. एकांकी संग्रह
Answer | A
18. सुभद्रा कुमारी चौहान का जन्म कहाँ हुआ था ?
A. इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश
B. बेगुसराई, बिहार
C. बनारस, उतर प्रदेश
D. गुजारात के एक गाँव में
Answer | A
19. “छोड़ काम दौड़ कर आई मॉ कहकर जिस समय पुकारा” किस पाठ से लिया गया है ?
A. हार-जीत
B. कड़बक
C. अधिनायक
D. पुत्र वियोग
Answer | D
20. पुत्र वियोग शीर्षक कविता किस काव्य संग्रह से ली गई है ?
A. चित्रधारा
B. दीपशिखा
C. बिखरे मोती
D. मुकुल
Answer | D
21. सुभद्रा जी के पति का नाम क्या था ?
A. ठाकुर लक्ष्मण सिंह चौहान
B. ठाकुर बसंत सिंह
C. ठाकुर मनमोहन सिंह
D. ठाकुर कुमार सिंह
Answer | A
22. सुभद्रा जी अपनी पढ़ाई छोड़ कर किस आन्दोलन में सक्रिय भूमिका निभाने लगी ?
A. भारत छोड़ो आन्दोलन में
B. दिल्ली आन्दोलन में
C. असहयोग आन्दोलन में
D. इनमें से कोई नही
Answer | C
23. सुभद्रा जी स्वयं को असहाय क्यों कहती है ?
A. पुत्र वियोग के कारण
B. पति वियोग के कारण
C. पिता वियोग के कारण
D. इनमें से कोई नही
Answer | A
24. सुभद्रा जी की बेटी का नाम क्या था ?
A. सुधा चौहान
B. प्रिती चौहान
C. अनुराधा चौहान
D. प्रियंका चौहान
Answer | A
25. “गुलामी का नशा” किसकी रचना है ?
A. ठाकुर लक्ष्मण सिंह चौहान
B. ठाकुर बलवंत सिंह चौहान
C. ठाकुर बसंत सिंह चौहान
D. ठाकुर प्रदीप सिंह चौहान
Answer | A
26. भारतीय डाकतार विभाग ने सुभद्रा जी के सम्मान में क्या जारी किया ?
A. रेलवे टिकट
B. बस टिकट
C. डाक टिकट
D. हवाई टिकट
Answer | C
27. भारतीय डाकतार विभाग ने 6 अगस्त 1976 को सुभ्रदा कुमारी चौहान के सम्मान में कितने पैसे का डाक टिकट जारी किया?
A. 25 पैसे
B. 100 पैसे
C. 50 पैसे
D. 10 पैसे
Answer | A
28. किस प्रसिद्ध स्कूल मे कवियित्री महादेवी वर्मा, सुभ्रदा कुमारी चौहान की सहपाठिन थी ?
A. कास्थवेट गर्ल्स स्कूल, इलाहाबाद
B. कास्थवेट गर्ल्स स्कूल, गाजियाबाद
C. कास्थवेट गर्ल्स स्कूल, फैजाबाद
D. कास्थवेट गर्ल्स स्कूल, फर्रुखाबाद
Answer | A
29. सुभद्रा जी को किस पार्टी का MLA चुना गया था ?
A. भारतीय जनता पार्टी
B. समाजवादी पार्टी
C. काँग्रेस पार्टी
D. लोकदल पार्टी
Answer | C
30. कवयित्री ने अपने असामयिक मृत पुत्र के लिए किस शब्द का प्रयोग नहीं किया?
A. छौना
B. खिलौना
C. बेटा
D. अनमोल रत्न
Answer | D