पाठ – 9 जन जन का चेहरा एक | परिचय | व्याख्या | VVI MCQs


 ABOUT  THE  POET   


नाम – गजानन माधव मुक्तिबोध 

जन्म – 13 November 1917

मृत्यु – 11 September 1964

स्थान – शयोपुर, ग्वालियर, मध्य प्रदेश 

माता – पार्वती बाई 

पिता – माधवराज  मुक्तिबोध (कोतवाल उज्जैन) 

शिक्षा – प्रारंभिक शिक्षा उज्जैन, विदिशा 

            अमझरा, सरदारपुर 

मिडिल परीक्षा – माधव कॉलेज (उज्जैन ग्वालियर). 

इंटर परीक्षा – माधव कॉलेज (1935 ). 

B.A – होल्कर कॉलेज, इंदौर (1938 ). 

M.A – नागपुर विश्व  विद्यालय (1953 ), Hindi 

  वृति  

मास्टरी – बड़नगर मिडिल स्कूल 

पत्रकारिता 

प्रादेशिक सुचना विभाग (रेडियो) नागपुर 

संपादन – नया खून (नागपुर )

प्राद्यापक – दिग्विजय महाविद्यालय  

  मुक्तिबोध की कृतियाँ      

1. चाँद का मुँह टेढ़ा ( कविता संग्रह  1964 )

2. भूरी भूरी खाक धूल ( कविता संग्रह  1980 )

3. काठ का सपना ( कहानी संग्रह  1967 )

4. विपात्र ( उपन्यास   1970 )

5. सतह से उठता आदमी ( कहानी संग्रह  1971 )

6. नयी कविता का आत्मा संघर्ष ( निबंध  संग्रह  1964 )

7. नए साहित्य का सौंदर्यशास्त्र ( 1971 )

8. भारत : इतिहास और संस्कृती  ( 1962 )

9. मुक्तिबोध रचनावली (6 खंड) 

10. कामायनी: एक पूनविचार 


  FULL  EXPLANATION     


चाहे जिस देश प्रांत पूर का हो पुर 

जन-जन का चेहरा एक !

प्रस्तुत पंक्तियाँ जन-जन का चेहरा एक शीर्षक कविता से ली गई है जिसके रचयिता कवि गजानन माधव मुक्तिबोध है | कवि कहते है कि कोई व्यक्ति चाहे किसी भी देश या प्रांत का निवासी हो उन सबमें समानता पाई जाती है ।


एशिया की, यूरोप की अमरीका की गलियों की धूप एक | 

कष्ट-दुख संतोप की चेहरों पर पड़ी हुई झुर्रियों का रूप एक ! 

जोश में यों ताकत से बंधी हुई मुट्ठियों का एक लक्ष्य !

प्रस्तुत पंक्तियाँ जन-जन का चेहरा एक शीर्षक कविता से ली गई है जिसके रचयिता कवि गजानन माधव मुक्तिबोध है | कवि कहते है कि कोई व्यक्ति चाहे किसी भी देश या प्रांत का निवासी हो उन सबमें समानता पाई जाती है । एशिया यूरोप अमेरिका सभी जगह सूर्य अपनी किरणें समान रूप से बिखेरता है | कष्ट अथवा दुख में व्यक्ति के चेहरे पर पड़ने वाली रेखाएँ, झुर्रियां, एक समान होती है | जोश में अथवा ताकत में बंधी मुट्ठियाँ एक समान होती है और उनका लक्ष्य भी एक होता है । 


पृथ्वी के गोल चारों ओर के धरातल पर

है जनता का दल एक, एक पक्ष |

जलता हुआ लाल कि भयानक सितारा एक

उद्दीपित उसका विकराल सा इशारा एक |

प्रस्तुत पंक्तियाँ जन-जन का चेहरा एक शीर्षक कविता से ली गई है जिसके रचयिता मार्क्सवादी कवि गजानन माधव मुक्तिबोध है | प्रस्तुत पंक्तियों में कवि ने प्राणियों की समस्याओं की चर्चा की है  कवि कहते है कि सभी प्राणियों की समस्याएँ, भावनाएं, समान है लेकिन इस संसार में विभिन्नता है | कवि कहना चाहते है कि जिस प्रकार सारे संसार में सूर्य एक है और अपनी रौशनी सभी चीजों पर समान रूप से बिखेरता है | 


गंगा में, इरावती में मिनाम में अपार अकुलाती हुई 

नील नदी, आमेजन, मिसौरी में वेदना से गति हुई बहती बहाती 

हई ज़िंदगी की धारा एक ; प्यार का इशारा एक, क्रोध का दुधारा एक

प्रस्तुत पंक्तियाँ जन-जन का चेहरा एक शीर्षक कविता से ली गई है जिसके रचयिता कवि गजानन माधव मुक्तिबोध है | कवि कहते हैं कि गंगा, इरावती, मिनाम, नील, आमेजन मिसौरी इन सब में अपार जल प्रवाहित होता रहता है | इनके जलों में कोई मौलिक अंतर नहीं है । ये नदियाँ मनुष्य को निरंतर बढ़ते रहने की प्रेरणा देती है | ये नदियाँ प्यार और क्रोध दोनों का संदेश देती है ।


पृथ्वी का प्रसार अपनी सेनाओं से किए हुए गिरफ्तार गहरी काली छायाएँ पसारकर, खड़े हुए शत्रु का काले से पहाड़ पर काला – काला दुर्ग एक जन शोषक शत्रु एक |

प्रस्तुत पंक्तियाँ जन-जन का चेहरा एक शीर्षक कविता से ली गई है जिसके रचयिता कवि गजानन माधव मुक्तिबोध है | कवि कहते है कि इस संसार में दुष्ट लोग अनेक अत्याचार करते है | वे अपनी काली छाया सम्पूर्ण पृथ्वी पर फैला रहे है । ये लोग मानवता के दुश्मन है और इनहोने अपनी अमानवीय कार्यों तथा शोषण का किला खड़ा कर दिया है। जनता का शोषण करने वाले ये सभी शत्रु एक है | 


आशामयी लाल-लाल किरणों से अंधकार

चीरता सा मित्र का स्वर्ग एक ;

जन-जन का मित्र एक

प्रस्तुत पंक्तियाँ जन-जन का चेहरा एक शीर्षक कविता से ली गई है जिसके रचयिता मार्क्सवादी कवि गजानन माधव मुक्तिबोध है | कवि कहते है कि आज दुनिया में आर्थिक विषमता और शोषण का अंधकार छाया हुआ है। इस अंधकार को आशामयी लाल किरणें अर्थात समाजवाद द्वारा ही दूर किया जा सकता है | कवि कहते है कि इस अंधकार के समाप्त होते ही सर्वत्र स्वर्ग की तरह शांति हो जाएगी | 


विराट प्रकाश एक क्रांति की ज्वाला एक

धड़कते वक्षों में है सत्य का उजाला एक

लाख-लाख पैरों की मोच में है वेदना का तार एक

हिये में हिम्मत का सितारा एक |

चाहे जिस देश प्रांत पूर का हो

जन-जन का चेहरा एक |

प्रस्तुत पंक्तियाँ जन-जन का चेहरा एक शीर्षक कविता से ली गई है जिसके रचयिता कवि गजानन माधव मुक्तिबोध है | कवि कहते है कि प्रकाश का रूप एक है | सभी जगह होने वाली क्रांति की ज्वाला एक है | प्रत्येक व्यक्ति के हृदय में एक ही प्रकार के सत्य का संचार हो रहा है। लाखों लोगो के पैरो में एक ही प्रकार के मोच का अनुभव हो रहा है | शोषण के खिलाफ सभी के हृदय में एक ही प्रकार का साहस है ।


एशिया के यूरोप के अमरीका के

भिन्न-भिन्न वास स्थान

भौगोलिक ऐतिहासिक बंधनो के बावजूद

सभी ओर हिंदुस्तान सभी ओर हिंदुस्तान |

प्रस्तुत पंक्तियाँ जन-जन का चेहरा एक शीर्षक कविता से ली गई है जिसके रचयिता कवि गजानन माधव मुक्तिबोध है | कवि कहते है कि भिन्न-भिन्न संस्कृतियों वाले एशिया, यूरोप तथा अमेरिका, में भौगोलिक और ऐतिहासिक विशिष्टता के बावजूद वे भारत की जीवन शैली से प्रभावित है ।


सभी ओर बहने है सभी ओर भाई है

सभी ओर कन्हैया ने गायें चराई है

जिंदगी की मस्ती की अकुलाती भोर एक

बंसी की धुन सभी ओर एक

प्रस्तुत पंक्तियाँ जन-जन का चेहरा एक शीर्षक कविता से ली गई है जिसके रचयिता कवि गजानन माधव मुक्तिबोध है | कवि कहते है कि भारत की संस्कृति में प्रत्येक स्थान पर भाई-बहन सा प्रेम है। यहाँ भगवान कृष्ण की छवि चारों ओर व्याप्त है। यहाँ हर जगह कृष्ण ने गाय चराई है। यहाँ ज़िंदगी में मस्ती भरी पड़ी है। सभी ओर कृष्ण के बंसी की धुन व्याप्त है ।


दानव दुरात्मा एक,

मानव की आत्मा एक

शोषक और खनी और चोर एक

जन-जन के शीर्ष पर

शोषण का खडग अति घोर एक

दुनिया के हिस्सों में चारों ओर

जन-जन का युद्ध एक

प्रस्तुत पंक्तियाँ जन-जन का चेहरा एक शीर्षक कविता से ली गई है जिसके रचयिता कवि गजानन माधव मुक्तिबोध है | कवि कहते है कि पूरे विश्व में दानव और दुरात्मा एक है | शोषक, खूनी और चोर एक है तथा दुनिया के हरेक हिस्से में दुरात्माओं, चोरों के खिलाफ


युद्ध भी एक है ।

मस्तक की महिमा

व अंतर की ऊष्मा

से उठती है ज्वाला अति क्रुद्ध एक

जीवन का संतोष एक |

संग्राम का घोष एक

प्रस्तुत पंक्तियाँ जन-जन का चेहरा एक शीर्षक कविता से ली गई है जिसके रचयिता कवि गजानन माधव मुक्तिबोध है | कवि कहते है कि सभी जन समूह के मस्तिष्क की चिंता एक है और उनके हृदय की प्रबलता भी एक सी है। उनके भीतर क्रोध की ज्वाला भी एक सी है । 


क्रांति का निर्माण का विजय का चेहरा एक

चाहे जिस देश प्रांत पुर का हो

जन-जन का चेहरा एक !

प्रस्तुत पंक्तियाँ जन-जन का चेहरा एक शीर्षक कविता से ली गई है जिसके रचयिता मार्क्सवादी कवि गजानन माधव मुक्तिबोध है | कवि कहते है कि क्रांति निर्माण और विजय का सेहरा एक जैसा होता है । चाहे वह किसी देश, किसी भी प्रांत और किसी भी गाँव का क्यों न हो ! आम आदमी का शोषण के खिलाफ जो संघर्ष है उसका मूल स्वर एक ही होता है । 

 MULTIPLE CHOICE QUESTION  


1. ‘जन जन का चेहरा एक शीर्षक कविता के कवि कौन है 

A. गजानदं माधव मुक्तिबोध

B. मलिक मोहम्मद जायसी

C. कबीरदास जी

D. सूरदास जी 

Answer | A   


2. गजानन माधव मुक्तिबोध का जन्म कब हुआ था ?

A. 1911

B. 1966

C. 1904

D. 1917 

Answer | D   


3. गजानन माधव मुक्तिबोध का निधन कब हुआ था ?

A. 1993

B. 1905

C. 1964

D. 1917

Answer | C  


4. गजानन माधव मुक्तिबोध के माता का नाम 

A. श्रीमती पार्वती देवी

B. श्रीमती पार्वती बाई

C. श्रीमती व्यंती देवी

D. श्रीमती रानी बाई 

Answer | B  


5. गजानन माधव मुक्तिबोध के पिता का नाम क्या था

A. माधवराज मुक्तिबोध सिंह

B. गजानन माधव मुक्तिबोध

C. श्रीमती जानकी प्रसाद

D. ठाकुर रामनाथ सिंह

Answer | A  


6. गजानन माधव मुक्तिबोध का जन्म कहाँ हुआ था ? 

A. ग्वालियर, मध्य प्रदेश

B. देहरादुन, उतराखण्ड

C. बेगूसराय, बिहार  

D. रॉची, झारखंड

Answer | A  


7. गजानन माधव मुक्तिबोध ने एम. ए. किस विषय से किया था

A. अंग्रेजी

B. इतिहास

C. हिन्दी

D. भूगोल

Answer | C  


8. इनमें से मुक्तिबोध की रचना कौन सी है ?

A. जन जन का चेहरा एक

B. गाँव का घर

C. हार जीत

D. अधिनायक 

Answer | A  


9. कविता के अनुसार ज्वाला कहाँ से उठती है ?

A. गैस से

B. लकड़ी से

C. चूल्हा से जनता से

D. जनता को

Answer | D 


10. गजानन माधव मुक्तिबोध की पत्नी का नाम क्या है ?

A. शांता जी

B. पावती

C. धर्मावती

D. वंता जी

Answer | A  


11. गजानन माधव मुक्तिबोध ने निम्नलिखित में से किस स्थान से बी०ए० किया ?

A. इंदौर, होल्कर कॉलेज

B. शिवालिक, देहरादून 

C. गढ़वाल, श्रीदेव सुमन कॉलेज

D. इनमें से कोई नही 

Answer | A 


12. गजानन माधव मुक्तिबोध ने सितारा किसे कहा है ?

A. राजा को

B. चिड़ियाँ को

C.  जनता को 

D. इनमें से कोई नही

Answer | C  


13. गजानन माधव मुक्तिबोध ने किस पत्रिका का संपादन किया था ?  

A. नया खून 

B. नया सबेरा

C. नया जमाना 

D. नया रंग

Answer | A 


14. गजानन माधव मुक्तिबोध ने किस विश्वविधालय से M.A किया ?

A. दिल्ली विश्वविधालय 

B. रांची विश्वविधालय 

C. नागपुर विश्वविधालय 

D. इलाहाबाद विश्वविधालय  

Answer | C  


15. मुक्तिबोध ने दिग्विजय महाविद्यालय, राजनांदगाव में प्राध्यपक के पद पर कब से काम किया ?

A. 1958

B. 1979

C. 1980

D. 1978

Answer |   


16. मुक्तिबोध ने नागपुर के प्रकाशन तथा सूचना विभाग में किस रूप से नौकरी की ?

A. पत्रकार के रूप में 

B. संपादक के रूप में

C. संवाददाता के रूप में 

D. इनमें से कोई नही

Answer |   


17. मुक्तिबोध के कविता संग्रह का नाम क्या ? 

A. सूरज का मुँह टेढ़ा 

B. चाँद का मुँह टेढ़ा है

C. सूरज का मुँह सीधा है

D. भूरी भूरी खाक धूल

Answer | B  


18. गजानन मुक्तिबोध की कौन सी रचना नहीं  है

A. चाँद का मुँह टेढ़ा

B. काल तुझसे होड़ मेरी 

C. सतह से उठता आदमी

D. विपात्र 

Answer | B  


19. गजानन माधव मुक्तिबोध जी कविता की नहीं है

A. काठ का सपना

B. चन्द्रगुप्त

C. विपात्र

D. सतह से उठता आदमी  

Answer | B  


20. गजानन मुक्तिबोध किस सप्तक के कवि थे ?

A. तार सप्तक 

B. तीसरा सप्तक

C. दूसरा सप्तक 

D. चौथा सप्तक

Answer | A   


21. जन-जन का चेहरा एक कविता में किस नदी का नाम नही आया 

A. गंगा नदी

B. नील नदी

C. यमुना नदी

D. अमेजन नदी

Answer | C  


22. निम्नलिखित कवियों में मुक्तिबोध का समकालीन कौन नही है

A. अज्ञेय जी

B. जयशंकर प्रसाद

C. गिरजा कुमार अग्रवाल 

D. भारत भूषण अग्रवाल

Answer |   


23. जन जन का चेहरा एक कविता में जन जन किनके लिए प्रयुक्त हुआ है?

A. किसी विशेष स्थान में रहने वालो के लिए 

B. किसी प्रांत विशेष में रहने वालों के लिए

C. दुनिया के अनेक देशों की जनता के लिए

D. किसी विशेष गॉव में रहने वालों के लिए

Answer | C  


24. जन जन का चेहरा एक कविता में….. रणभूमि में युद्धरत जनता का चित्र प्रस्तुत किया गया है ा 

A. फैक्ट्रियों में काम करते मजदूरवर्ग का 

B. देश की आजादी के लिए आंदोलन भारतवासियों का

C. मानवोचित अधिकारों के लिए 

D. कर्मरत जनता का

Answer | D  


25. नया खून का संपादन कब हुआ ?

A. 1956

B. 1965

C. 1953

D. 1964

Answer |   


26. मुक्तिबोध को उनके घर में किस नाम से पुकारा जाता था

A. गजानन जी 

B. बाबु साहब

C. मुक्तिबोध 

D. इनमें से कोई नही

Answer | B  


27. मुक्तिबोध जी का जन्म किस समय हुआ था?

A. रात के 1 बजे

B. सुबह के 4 बजे

C. रात के 2 बजे

D. दोपहर के 12 बजे

Answer | C  


28. मुक्तिबोध की समस्त रचनाएँ “मुक्तिबोध रचनावली” नाम से कितने खंडो में प्रकाशित हुई ?

A. 4 खंडो में

B. 6 खंडो में

C. 8 खंडो में

D. 10 खंडो में

Answer | B  


29. मुक्तिबोध जी कितनी उम्र में मास्टरी की नौकरी शुरू की ?

A. 16 वर्षो में 

B. 20 वर्षो में 

C. 25 वर्षो में 

D. 26 वर्षो में 

Answer | B  


30. मुक्तिबोध जी जन्म मध्य प्रदेश में हुआ था, किन्तु वे एक ______ थे ?

A. मराठी 

B. पंजाबी 

C. बिहारी 

D. बंगाली 

Answer | A  


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